ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ कानून में संशोधन के खिलाफ तीन महीने लंबे राष्ट्रव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। इस अभियान का नाम "वक्फ बचाओ मुहिम" रखा गया है, जिसकी शुरुआत 10 अप्रैल से होगी और यह 7 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान पूरे देश में धरना, रैलियां, ह्यूमन चेन, प्रेस कॉन्फ्रेंस और जनजागरण अभियान चलाए जाएंगे।
बोर्ड ने 30 अप्रैल को रात 9 बजे देशभर के लोगों से घर, ऑफिस, फैक्ट्री की लाइटें बंद कर आधे घंटे का ब्लैकआउट करने की अपील की है। यह विरोध का प्रतीक होगा, जिससे सरकार को संदेश दिया जा सके कि वक्फ कानून में बदलाव को लेकर मुसलमानों में नाराजगी है।
विरोध कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियाँ:
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10 अप्रैल से 7 मई तक विरोध का पहला चरण
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22 अप्रैल को तालकटोरा स्टेडियम (दिल्ली) में वक्फ की हिफाजत को लेकर कार्यक्रम
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7 मई को रामलीला मैदान (दिल्ली) में विशाल जनसभा
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प्रत्येक राज्य की राजधानी में धरना व गिरफ्तारी अभियान
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हर शुक्रवार की नमाज के बाद ह्यूमन चेन के ज़रिए विरोध प्रदर्शन
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30 अप्रैल की रात 9 बजे देशव्यापी ब्लैकआउट
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हर जिले में धरना देकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजना
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देश के 50 प्रमुख शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस
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बुद्धिजीवी वर्ग के साथ संवाद कार्यक्रम
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महिला विंग द्वारा महिलाओं में जागरूकता अभियान
आंदोलन का उद्देश्य क्या है?
बोर्ड का कहना है कि वक्फ संशोधन कानून मुसलमानों के धार्मिक और सामाजिक अधिकारों पर कुठाराघात है। बोर्ड का लक्ष्य है कि शहर से लेकर गांव तक "वक्फ बचाओ मुहिम" को ज़मीनी स्तर पर पहुंचाया जाए और सभी समुदायों को इसके असर के बारे में बताया जाए।